
अंशुल मौर्य
वाराणसी,3 फरवरी 2025:
यूपी के वाराणसी में आज बसंत पंचमी के पावन अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पर्व की शुरुआत की। सुबह से ही शहर के प्रमुख घाटों पर भक्तों का तांता लगा रहा, जहां लोगों ने पवित्र स्नान के बाद दान-पुण्य कर काशी विश्वनाथ मंदिर और कालभैरव मंदिर में माथा टेका।

सुरक्षा व्यवस्था में जुटी एनडीआरएफ और जल पुलिस
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए प्रशासन ने कड़े इंतजाम किए। घाटों पर जल पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें मौजूद रहीं, जबकि यातायात को नियंत्रित करने के लिए दशाश्वमेध घाट से गोदौलिया चौराहे तक बैरिकेडिंग की गई। शहर के संकीर्ण मार्गों पर वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रखा गया।
घाटों पर मेले जैसा माहौल
दशाश्वमेध, शीतलाघाट, पंचगंगा, अस्सी घाट और अहिल्याबाई घाट सहित अन्य प्रमुख घाटों पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। स्नान के बाद भक्तों ने मंदिरों में पूजा-अर्चना की और प्रसाद वितरित किया। घाटों के आसपास साधु-संतों के कीर्तन और भजनों से आध्यात्मिक वातावरण बना रहा।

रात्रि से ही शुरू हुई थी श्रद्धालुओं की आवाजाही
पर्व के उपलक्ष्य में कई श्रद्धालु रात 12 बजे के बाद ही घाटों पर पहुंचने लगे थे। तड़के 4 बजे से गंगा स्नान का सिलसिला शुरू हो गया, जो दोपहर तक जारी रहा। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन्स की मदद से निगरानी की।
धार्मिक आयोजनों में उमड़ी भीड़
गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने काशी विश्वनाथ मंदिर में बाबा विश्वनाथ के दर्शन किए। मंदिर परिसर में विशेष पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया, जबकि कालभैरव मंदिर में भी भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं।
बसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर वाराणसी की आध्यात्मिक छटा और भक्तिमय माहौल ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रशासन द्वारा सुचारु व्यवस्थाओं के चलते किसी भी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
