लखनऊ, 15 नवंबर 2024:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को जनजातीय समाज की संस्कृति और मातृभूमि के प्रति निष्ठा को सम्मानित करते हुए भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर “जनजातीय गौरव दिवस” के उपलक्ष्य में अंतर्राष्ट्रीय जनजातीय भागीदारी उत्सव का शुभारंभ किया। यह महोत्सव गोमती नगर स्थित संगीत नाटक अकादमी में 15 से 20 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है, जिसमें भारत के 22 राज्यों के साथ-साथ स्लोवाकिया और वियतनाम के कलाकार भी भाग ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने जनजातीय समाज की त्याग, निष्ठा और वीरता को प्रेरणादायक बताते हुए कहा कि भगवान बिरसा मुंडा ने अपने अधिकारों की रक्षा और स्वाधीनता के लिए संघर्ष किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “जनजातीय गौरव दिवस” मनाने के निर्णय की सराहना की और कहा कि यह भगवान बिरसा मुंडा के बलिदान को सम्मानित करने का महत्वपूर्ण कदम है।
जनजातीय समाज के सशक्तीकरण पर जोर
सीएम योगी ने बताया कि उनकी सरकार जनजातीय समाज की शिक्षा, स्वास्थ्य और आर्थिक सशक्तीकरण के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उन्होंने “थारू, कोल, चेरु, गोंड, बुक्सा” जैसे जनजातीय समुदायों के लिए सैचुरेशन योजना और अन्य कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया। बलरामपुर में थारू जनजाति के लिए म्यूजियम के निर्माण सहित सोनभद्र और बिजनौर में भी विशेष म्यूजियम बनाए जा रहे हैं।
भागीदारी उत्सव में 22 राज्यों के कलाकार शामिल
सीएम योगी ने कहा कि इस महोत्सव में जनजातीय समुदाय अपनी कला, परंपरा और सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करेंगे। स्लोवाकिया और वियतनाम के कलाकारों की भागीदारी इस आयोजन को अंतर्राष्ट्रीय मंच प्रदान करती है। उन्होंने जनजातीय समाज को प्रेरित करने और उनकी धरोहर को संरक्षित करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता जताई।
इस अवसर पर अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण, प्रमुख सचिव समाज कल्याण डॉ. हरिओम और प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग मुकेश कुमार मेश्राम सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।