वाराणसी,17 मार्च 2025
सिंगापुर के विश्व चैंपियन मास्टर्स एथलीट ऑगस्टीनो चिन्नापान होली के दिन काशी पहुंचे और अपने पूर्वजों के मोक्ष के लिए वाराणसी के पिशाचमोचन तीर्थ पर त्रिपिंडी श्राद्ध किया। उनके साथ उनकी पत्नी सुकिता सुकुमारलम और बेटियां क्रिशा एवं जीवेशा भी मौजूद रहीं। श्राद्ध के बाद उन्होंने कहा कि यह अनुभव बेहद अद्भुत और आत्मिक शांति देने वाला रहा। ऑगस्टीनो, जो 400 मीटर दौड़ और 400 मीटर बाधा दौड़ के मास्टर्स वर्ल्ड चैंपियन हैं, सिंगापुर पुलिस की स्पेशल सेल में तैनात हैं। उन्होंने अपने माता-पिता, दादा-दादी और परदादा-परदादी के मोक्ष के लिए पूरी विधि-विधान से यह अनुष्ठान संपन्न कराया। इस कार्य में मास्टर एथलीट नीलू मिश्रा और उनके पति आनंद दुबे ने उनका पूरा सहयोग किया। काशी प्रवास के बाद ऑगस्टीनो का अयोध्या जाने का भी कार्यक्रम है।
त्रिपिंडी श्राद्ध एक विशेष हिंदू अनुष्ठान है, जिसमें तीन पीढ़ियों के पूर्वजों का पिंडदान किया जाता है। यह अनुष्ठान मुख्य रूप से पितृ दोष को दूर करने और दिवंगत आत्माओं को मोक्ष दिलाने के लिए किया जाता है। मान्यता है कि इससे सभी असंतुष्ट एवं नाराज पूर्वजों की आत्मा को शांति मिलती है, जिससे परिवार में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है। इस श्राद्ध में ब्रह्मा, विष्णु और शिव की पूजा की जाती है, और इसे हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण अनुष्ठान माना जाता है।