बाराबंकी, 7 नवंबर 2024:
यूपी की राजधानी लखनऊ से सटे बाराबंकी में रिश्वतखोरी के आरोप में एक लेखपाल और उसके मुंशी के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। आरोप है कि वरासत दर्ज करने के लिए एडवांस में एक लाख की रिश्वत लेने के बाद लेखपाल ने जमीन अपने मुंशी के रिश्तेदार के नाम कर दी।
बाराबंकी की शहर कोतवाली में ये मामला शाहजहांपुर की सदर तहसील क्षेत्र के राकेश कुमार सिंह ने दर्ज कराया है। राकेश के मुताबिक उनकी नानी रामदुलारी बाराबंकी जिले के नबाबगंज के गाल्हामऊ गांव की रहने वाली थीं। उनके पास करीब 35 बीघा जमीन थी। उनके कोई पुत्र नहीं था। अपनी संपत्ति बेटी सरोजनी देवी के नाम कर दी थी और उन्हीं के साथ रहती थीं। राकेश के अनुसार 2008 में नानी रामदुलारी की मृत्यु के बाद वसीयत के आधार पर उन्हाेंने वरासत का वाद दायर किया। उसने क्षेत्र के लेखपाल प्रताप कुमार से संपर्क किया।
आरोप है कि लेखपाल ने 2023 में इस कार्य के लिए एक लाख रुपये लिए। अब पता चला कि राकेश की मां का नाम वरासत में न दर्ज करके लेखपाल के मुंशी विशाल के रिश्तेदारों का नाम दर्ज कर दिया गया है। विरोध करने पर लेखपाल ने 20 हजार रुपये वापस किए। शिकायत पर पुलिस ने लेखपाल व उसके मुंशी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।