वाराणसी, 25 सितंबर:
अंशुल मौर्य,
बीते दिनों उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी और आजमगढ़ में समीक्षा बैठकें की, जहाँ उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाते हुए विकास कार्यों में तेजी लाने और जनप्रतिनिधियों की शिकायतों पर ध्यान देने को कहा। योगी के फटकार का असर है, बनारस के डीएम पूरे एक्शन मोड में आ गए हैं। डीएम के तल्ख़ तेवर से कई अफसर कांप उठे। बता दें, जनपद में एक अक्टूबर से पूरे माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलेगा। अभियान के सफल संचालन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को रायफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी एस राजलिंगम की अध्यक्षता और मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल की उपस्थिति में प्रथम अंतर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने पिछले अभियान शिथिलता व लापरवाही बरतने पर कई विभागों के अधिकारियों का वेतन रोकने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने पंचायती राज विभाग के चिरईगांव एवं अराजीलाइन के एडीओ और बीडीओ तथा पिंडरा के एडीओ को सड़क किनारे झाड़ियों की कटाई न होने, नालियों की सफाई न होने एवं फोगिंग न होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश भी दिया। सेवापुरी एडीओ पंचायत का भी एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। कृषि विभाग के सेवापुरी के एडीओ को मूषक रोकथाम में लापरवाही बरतने पर एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया। नगर विकास विभाग के पशुपालन अधिकारी को आवारा पशुओं के शहर में लगातार घूमने और कार्यवाही न करने पर नाराजगी व्यक्त की। इसे जल्द से जल्द पूरा करने निर्देश दिया। आईसीडीएस विभाग के सेवापुरी के सीडीपीओ को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के द्वारा किए जाने वाले गृह भ्रमण में लापरवाही करने पर सीडीपीओ का एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया गया। आशा कार्यकताओं द्वारा गृह भ्रमण में लापरवाही बरतने पर सेवापुरी और पिंडरा के प्रभारी चिकित्साधिकारी के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया।
डीएम ने नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया कि नगर में चिन्हित समस्त हॉट स्पॉट क्षेत्रों के खाली प्लाटों में जल भराव की स्थिति का सर्वेक्षण कराया जाए और जल भराव की स्थिति का सौ फीसदी निराकरण किया जाए। लापरवाही बरतने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी। नगर में सुअर बाड़ों के प्रति कार्यवाही न करने पर बेहद नाराजगी व्यक्त की। स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया कि जहां भी जल भराव व जमाव की स्थिति है, उनकी सूची जल कल विभाग को सूचित किया जाए, जिससे जल जमाव का निराकरण किया जा सके। साथ ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि एक टास्क फोर्स गठित की जाए, जिसमें नोडल अधिकारी नियमित रूप से जल भराव की स्थिति का सर्वेक्षण करें और इसकी सूचना विभाग को दें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संदीप चौधरी ने बताया कि एक अक्टूबर से पूरे माह विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। इसी बीच दस्तक अभियान भी चलेगा, जिसमें स्वास्थ्यकर्मी घर घर जाकर बुखार, आई०एल०आई० (इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस), टीबी, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया, कालाजार, कुपोषित बच्चों समेत डायबिटीज, हाइपरटेंशन, कैंसर जैसी अन्य गैर संचारी रोगों से ग्रसित रोगियों की सूची तैयार करेंगे। रोगियों के उपचार, प्रबंधन और परामर्श भी जोर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि समस्त ब्लाकों में टास्क फोर्स बैठक हो चुकी हैं। स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन समस्त कार्यों हेतु क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशाओं को पूर्ण सहयोग प्रदान करेंगी।