
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 21 सितंबर 2025 :
यूपी के गोरखपुर जिले में राप्ती नदी के तट पर स्वयंसेवी संस्थाओं ने पितृपक्ष के आखिरी दिन अनूठा आयोजन किया। देश के अमर शहीदों के चित्र हाथों में लेकर युद्ध में बलिदान देने वाले सैनिकों को अपना पूर्वज मानते हुए पिंडदान किया गया।
पितृपक्ष के आखिरी दिन ये आयोजन गुरुकृपा संस्थान एवं अखिल भारतीय क्रांतिकारी सम्मान संघर्ष मोर्चा द्वारा किया गया। यजमान की भूमिका बृजेश राम त्रिपाठी ने निभाई। उन्होंने अपनी टीम के साथ स्वतंत्रता आंदोलन के बलिदानियों, क्रांतिकारियों, सीमा पर बलिदान होने वाले सैनिकों को पूर्वज मानते हुए पिंडदान किया। इसके लिए सभी लोग हाथों में तिरंगा व अमर शहीदों के चित्र थामकर नदी के पानी मे उतरे। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच जलांजलि दी।
बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत छात्र बीरु रितेश दुबे ने आचार्य की भूमिका निभाई। संस्था ने हर साल होने वाले इस आयोजन को ‘अज्ञात तिथि नाम श्राद्ध तर्पण’ नाम दे रखा है। यजमान बृजेश राम त्रिपाठी कहते हैं कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का तर्पण करना सबकी जिम्मेदारी है। अधिकांश क्रांतिकारी विवाहित भी नहीं थे। ऐसे में हमें उनके प्रति अपने दायित्व निभाने चाहिएं।