लखनऊ: कैंसर के शुरुआती चरणों में इसका पता चलना और समय पर इलाज शुरू करना जीवन बचाने में अहम भूमिका निभा सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, ‘स्टेज 0 कैंसर’ कैंसर का सबसे प्रारंभिक चरण होता है, जिसमें कैंसर कोशिकाएं शरीर में कहीं विकसित हो रही होती हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक आस-पास के ऊतकों पर हमला नहीं किया होता।
इसे अक्सर ‘इन-सीटू’ (In Situ) कैंसर भी कहा जाता है, जिसका मतलब होता है कि यह एक स्थान पर सीमित है और फैलने का जोखिम कम होता है।
हालांकि, स्टेज 0 कैंसर खतरनाक नहीं दिख सकता है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना घातक साबित हो सकता है। डॉक्टरों ने कुछ ऐसे संकेत बताए हैं, जिन्हें इग्नोर करना भारी पड़ सकता है। अगर इन संकेतों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो कैंसर के इलाज की संभावनाएं बेहतर हो जाती हैं। डॉक्टरों ने इन 7 प्रमुख संकेतों पर ध्यान देने की सलाह दी है:
अकारण वजन घटना: बिना किसी कारण तेजी से वजन कम होना कैंसर का एक संकेत हो सकता है।
त्वचा में असामान्य परिवर्तन: तिल, मस्से, या त्वचा पर असामान्य धब्बे और उनका आकार या रंग बदलना चिंता का कारण हो सकता है।
लगातार थकान: अगर कोई व्यक्ति पर्याप्त आराम करने के बावजूद लगातार थकान महसूस करता है, तो उसे डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
शरीर के किसी हिस्से में गांठ या सूजन: शरीर के किसी हिस्से में उभरती गांठ या सूजन को अनदेखा न करें, यह कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकता है।
बार-बार बुखार या संक्रमण: कमजोर इम्यून सिस्टम या कैंसर की वजह से शरीर बार-बार बुखार या संक्रमण का शिकार हो सकता है।
खांसी या आवाज में बदलाव: बिना किसी स्पष्ट कारण के लगातार खांसी, गले में खराश या आवाज में बदलाव फेफड़े या गले के कैंसर के संकेत हो सकते हैं।
अप्राकृतिक रक्तस्राव या डिस्चार्ज: मल, पेशाब या खांसी में रक्त आना गंभीर हो सकता है, इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
डॉक्टरों का कहना है कि शुरुआती चरण में कैंसर का पता चलना, इसे काबू में रखने और पूर्णत: ठीक करने में मददगार हो सकता है। स्टेज 0 कैंसर का इलाज सही समय पर शुरू किया जाए, तो इसे पूरी तरह से हटाया जा सकता है और यह अन्य अंगों में फैलने से रोका जा सकता है।
इसलिए, अगर आपको इन संकेतों में से कोई भी महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और सही जांच कराएं।