नोएडा,2 जनवरी 2025
यूपी के हिंडन और यमुना नदियों के पानी की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है, जिसके कारण आसपास के गांवों में पानी की गंदगी और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) द्वारा जारी रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि इन नदियों में सीवेज, मल, औद्योगिक कचरा और रासायनिक पदार्थों को बिना ट्रीट किए बहाया जा रहा है। यमुना नदी में ऑक्सीजन का स्तर बेहद कम पाया गया है और बैक्टीरिया की मात्रा भी खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है, जिससे मानव स्वास्थ्य पर गंभीर असर हो सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, हिंडन और यमुना नदियों के पानी में बायोकेमिकल ऑक्सीजन डिमांड (BOD) और घुली हुई ऑक्सीजन (DO) के स्तर अत्यधिक चिंताजनक हैं। इन नदियों में पानी की कठोरता भी बहुत अधिक पाई गई है, जो पीने योग्य नहीं है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जल प्रदूषण नियंत्रण कानूनों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स को अपग्रेड किया जाना चाहिए, ताकि पानी को मानक के अनुसार शुद्ध किया जा सके।