ग्रेटर नोएडा,25 मार्च 2025
ग्रेटर नोएडा के सेक्टर अल्फा-1 कमर्शल बेल्ट के पास गंगाजल पाइपलाइन फटने से करीब 20 हजार लोग पानी की किल्लत से जूझते रहे। शनिवार रात पाइपलाइन फटने के बाद जल विभाग को इसे दुरुस्त करने में 40 घंटे से अधिक का समय लग गया, जिससे सेक्टर अल्फा-1 और अल्फा-2 के निवासियों को भारी जल संकट का सामना करना पड़ा। पानी की आपूर्ति ठप होने के कारण लोग दैनिक जरूरतें भी पूरी नहीं कर सके, जिससे उनकी परेशानी बढ़ गई। नाराज लोगों ने सोमवार को प्राधिकरण के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। स्थिति को संभालने के लिए प्राधिकरण ने टैंकरों के जरिए पानी की आपूर्ति शुरू की, लेकिन लोगों ने इसे नाकाफी बताया। आखिरकार सोमवार शाम करीब 5 बजे जल आपूर्ति बहाल हो सकी, लेकिन तब तक लोग गंभीर जल संकट झेल चुके थे।
निवासियों का आरोप है कि जब पाइपलाइन फटी, तब प्राधिकरण के पास मरम्मत के लिए जरूरी उपकरण और संसाधन उपलब्ध नहीं थे। जल विभाग को आवश्यक सामान हापुड़ और फरीदाबाद से मंगवाना पड़ा, जिससे मरम्मत कार्य में देरी हुई और हजारों लोगों को इस लापरवाही का खामियाजा भुगतना पड़ा। पानी की किल्लत के कारण कई लोग नहा तक नहीं सके और उन्हें रिश्तेदारों के घर जाना पड़ा। कुछ लोगों ने बाजार से बोतलबंद पानी खरीदकर काम चलाया।
सेक्टर अल्फा-1 निवासी वसीम खान ने बताया कि लगभग 40 घंटे बाद जल आपूर्ति बहाल हो सकी, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। छतों पर रखी टंकियों का पानी जल्दी खत्म हो गया, जिससे हालात और बिगड़ गए। वहीं, सेक्टर अल्फा-2 निवासी सुभाष कुमार ने कहा कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा गंगाजल की आपूर्ति शुरू की गई थी, लेकिन पाइपलाइन फटने की समस्या आम हो गई है। उन्होंने जल विभाग पर मरम्मत कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग के पास आवश्यक औजार और संसाधन नहीं होने के कारण एक पाइपलाइन को ठीक करने में भी दो-दो दिन लग जाते हैं।