कासगंज,6 जनवरी 2025
कासगंज में 2018 में हुई चंदन गुप्ता की हत्या के बाद, आरोपियों को विदेशी एनजीओ से फंडिंग मिलने की जानकारी सामने आई है। चंदन के पिता, सुशील गुप्ता, ने इस पर चिंता जताई और कहा कि पहले भी उन्हें दबाव बनाने की कोशिश की गई थी, लेकिन उन्होंने केस की लड़ाई जारी रखी। उनका मानना है कि इन विदेशी एनजीओ की जांच होनी चाहिए, क्योंकि आरोपियों को मदद मिलने से परिवार में डर का माहौल है। यह मामला उस समय सुर्खियों में आया था जब 26 जनवरी को एक सांप्रदायिक झड़प में चंदन की मौत हो गई थी और कासगंज में हिंसा फैल गई थी।
एनआईए ने इस मामले में 28 आरोपियों को दोषी करार किया और कुछ दिन पहले एक आरोपी, सलीम, ने एनआईए कोर्ट में सरेंडर किया। यह मामला अब एनआईए की विशेष अदालत में सुनवाई के बाद तय हो रहा है। 2018 में हुए इस हादसे के बाद कासगंज में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई थी, जब विश्व हिंदू परिषद और अन्य हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं की तिरंगा यात्रा पर मुस्लिम युवकों ने विरोध किया था। इस हिंसा में चंदन गुप्ता को गोली लगने के कारण उसकी मौत हो गई थी, जिससे इलाके में तनाव फैल गया था।