वाराणसी,6 जनवरी 2025
भदोही में 12 सितंबर 1990 को हुए ट्रेन पथराव मामले की सुनवाई 34 साल तक चली, जिसमें आरोपी छात्रों ने दादर-वाराणसी अप और डाउन ट्रेनों का जंजीर खींचकर रोक दिया था। इसके बाद, उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए ट्रेन पर पथराव किया था। इस घटना के बाद पुलिस ने आठ छात्रों को गिरफ्तार किया था। जीआरपी कैंट ने 1990 में आरोपपत्र दाखिल किया था, जिसमें 25 गवाह बनाए गए थे।
लेकिन अदालत में अभियोजन पक्ष की तरफ से कोई भी गवाह अपनी गवाही देने नहीं आया। इस वजह से 6 सितंबर 2024 को अदालत ने अभियोजन के साक्ष्य का अवसर समाप्त कर दिया और सभी आरोपियों को दोषमुक्त कर दिया। इनमें पूर्व छात्र हरिशंकर, गुलाबचंद्र, राजेश कुमार हलवाई, आनंद कुमार मिश्र, अशोक कुमार सिंह और हबीबुल्ला शामिल थे।