जौनपुर,4 नवंबर 2024
ताइक्वांडो खिलाड़ी अनुराग यादव की हत्या का मामला बढ़ता जा रहा है, और परिजन पुलिस की कार्रवाई से नाराज हैं। उन्हें आरोप है कि स्थानीय एसओ ने ढिलाई बरती। अनुराग के परिवार का कहना है कि तलवार से हत्या के बाद कई कातिल अब भी फरार हैं। मृतक की छोटी बहन ने डीएम से मुलाकात कर कार्रवाई का आश्वासन मांगा और कहा कि पुलिस ने पहले ही जमीन विवाद में मारपीट की चेतावनी दी थी, फिर भी कार्रवाई नहीं की गई। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की भी मांग की।
अनुराग यादव की छोटी बहन स्वाति ने मीडिया से कहा कि जब भी वे जमीन विवाद की शिकायत थाने जाते थे, थाना प्रभारी कहते थे कि “अहीर बिरादरी है” और बिना मारपीट के मानेंगे नहीं। अनुराग की 30 अक्टूबर को तलवार से हत्या कर दी गई थी, जिसके आरोप रिटायर दरोगा लालता यादव और उसके बेटे रमेश यादव पर हैं। स्वाति ने कहा कि यह पूरी तरह से योजनाबद्ध हत्या थी और उसने पुलिस, प्रशासन, और सीएम योगी आदित्यनाथ से नाराजगी जताई। उसने सवाल उठाया कि “योगी जी का बुलडोजर क्यों नहीं आया?” और स्थानीय एसओ पर उचित कार्रवाई न करने का आरोप लगाया। परिवार को पिछले छह दिनों से केवल आश्वासन ही मिल रहा है।
अनुराग यादव के परिवार ने कहा कि उनके बेटे को बेकसूर बताते हुए आरोप लगाया कि यहां जंगलराज चल रहा है। उन्होंने बताया कि अनुराग की हत्या के मामले में चार लोग गिरफ्तार किए गए हैं, लेकिन दो अभी भी फरार हैं। मृतक के पिता रामजीत यादव ने कहा कि आरोपियों के घर से हथियार बरामद हुए हैं, जो उनकी योजनाबद्ध हत्या को दर्शाता है। अनुराग की बहन स्वाति ने एसओ राजाराम द्विवेदी पर नाराजगी जताते हुए कहा कि वह गंभीरता से नहीं ले रहे। उन्होंने आरोपी राजकुमार के खिलाफ तहरीर देने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारी ने इसे नजरअंदाज किया। मुख्य आरोपी रमेश यादव और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि लेखपाल जगदीश यादव को निलंबित कर दिया गया है। घटना की मजिस्ट्रियल जांच के लिए अपर जिलाधिकारी को नियुक्त किया गया है।