ब्रज की महारानी राधा रानी के जन्मोत्सव पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा, भव्य और दिव्य रूप में मनाया जाएगा पर्व

thehohalla
thehohalla

मथुरा, 10 सितंबर 2024

उत्तर प्रदेश के मथुरा में सोमवार (9 सितम्बर) को राधाष्टमी पर्व की शुरुआत हो गई है और 11 सितंबर को ब्रह्म मुहूर्त में बरसाना के श्री लाडली जी (राधारानी) मंदिर में राधा रानी का जन्माभिषेक किया जाएगा। योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार राधाष्टमी को भव्य और दिव्य रूप में मनाने की तैयारियां कर रही है, जिसमें राधा रानी पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी।

राधाष्टमी के अवसर पर भक्तगण राधा रानी के दर्शन करने के लिए रोप-वे की सुविधा का लाभ उठाते हुए मंदिर पहुंचेंगे। राधा रानी के जन्मोत्सव को लेकर ब्रज क्षेत्र में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, जैसा भव्य आयोजन भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव के दौरान किया गया था।

राधाष्टमी की शुरुआत के साथ ही सोमवार को ऊंचागांव स्थित ललिता अटा अटोर नामक पहाड़ी पर बने ललिता मंदिर में विशेष अभिषेक कराया गया, जिसमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बुधवार को सुबह 4 बजे बरसाना के श्री लाडली जी मंदिर में राधा रानी का महाभिषेक किया जाएगा, जिसमें 11 कुंतल पंचामृत का उपयोग किया जाएगा।

मंदिर प्रबंधन ने बताया कि राधा रानी को सोने की पालकी में विराजमान कर भक्तों के दर्शन के लिए लाया जाएगा, इस दौरान हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा की जाएगी। मेला क्षेत्र में भक्तों की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 2,500 से अधिक पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है और मेला परिसर को 7 जोन और 16 सेक्टरों में बांटा गया है।

श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 48 पार्किंग स्थल और 46 अवरोधक बनाए गए हैं। साथ ही, 52 स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों का अनुमान है कि राधाष्टमी के अवसर पर 15 से 25 लाख श्रद्धालु बरसाना पहुंच सकते हैं। मंदिर में दर्शन के लिए एकल मार्ग की व्यवस्था की गई है और बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए अलग रास्ता बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने बरसाना धाम को सजाने और संवारने का कार्य किया है। पहली बार कोलकाता के कारीगरों द्वारा 51 आकर्षक द्वार बनाए जा रहे हैं, जिनमें राधा रानी की विभिन्न लीलाओं के दर्शन होंगे।

राधाष्टमी के दौरान श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे कम से कम सामग्री के साथ आएं और बच्चों, बुजुर्गों और बीमारों को साथ लाने से बचें, क्योंकि भीड़ अधिक होने की संभावना है।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *