IIT दिल्ली में बिना एग्जाम एडमिशन?

ankit vishwakarma
ankit vishwakarma

नई दिल्ली : 1 सितंबर

आईआईटी दिल्ली में दाखिला लेना इंजीनियरिंग करने वालों के लिए किसी सपने से कम नहीं होता। लेकिन यहां एडमिशन मिलना इतना आसान नहीं होता। इसके लिए जेईई या गेट परीक्षा पास करनी होती है। जेईई परीक्षा पास करके ग्रेजुएशन लेवल पर दाखिला मिलता है। वहीं गेट पास करने पर पोस्ट ग्रेजुएशन स्तर कोर्सेज में दाखिला मिलता है। जेईई परीक्षा की तरह गेट भी काफी कठिन परीक्षा होती है। ऐसे में जो युवा इसे क्रैक नहीं कर पाते हैं, उनका आईआईटी दिल्ली में पढ़ने का सपना अधूरा रह जाता है। हालांकि, अब चिंता की कोई बात नहीं है। बिना गेट परीक्षा के भी आईआईटी दिल्ली में दाखिला मिल सकता है। आइए, आज आपको IIT दिल्ली के ऐसे कोर्स के बारे में बताएंगे, जिसमें बिना गेट परीक्षा के दाखिला मिल सकता है।

आईआईटी दिल्ली ने मशीन लर्निंग और डीप लर्निंग में सर्टिफिकेट कोर्सेज के चौथे बैच की शुरुआत करने की घोषणा कर दी है। छह महीने के इस प्रोग्राम का उद्देश्य है छात्रों को AI जैसी तकनीक के लिए तैयार करना है। ये कोर्स आईआईटी के फैकल्टी द्वारा तैयार किया गया है। पाठ्यक्रम में पायथन प्रोग्रामिंग, डेटा प्रोसेसिंग, डेटा विश्लेषण, न्यूरल नेटवर्क, डीप लर्निंग आर्किटेक्चर और नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग (NLP) सहित आवश्यक विषय शामिल हैं। 

उम्मीदवारों को पांडा लाइब्रेरी का उपयोग करके डेटा लोड और प्री-प्रोसेस करने, केरास और टेंसरफ्लो के साथ न्यूरल नेटवर्क को डिजाइन और प्रशिक्षित करने और वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए मशीन लर्निंग तकनीकों को लागू करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण उन्हें भविष्य में नौकरी दिलाने के काम आएगा। बता दें, ये प्रोग्राम आईआईटी दिल्ली के अत्याधुनिक इंटरएक्टिव लर्निंग (IL) प्लेटफॉर्म के माध्यम से डायरेक्ट-टू-डिवाइस (D2D) मोड में दिया जाएगा। इसमें 76 घंटे की ऑनलाइन लर्निंग, 76 घंटे की सेल्फ-पेस लर्निंग, तीन सप्ताह की कैपस्टोन परियोजना, एक मास्टरक्लास और फैकल्टी और उम्मीदवारों के बीच बातचीत को सुविधाजनक बनाने के लिए ऑन-कैंपस इमर्शन सेशन शामिल हैं।

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