वाराणसी, 18 अक्टूबर 2024
वाराणसी में 17 अक्टूबर की शाम उस वक़्त माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया, जब एक नेपाली युवक ने कुछ लोगों को निशाना बनाते हुए दौड़ा दौड़ाकर मिट्टी खोदने वाले फावड़े से मारना शुरू किया। देखते ही देखते चार-पांच युवक लहूलुहान होकर गिर पड़े। घायल होने वाले सभी युवक मुस्लिम समुदाय के हैं। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी युवक को हिरासत में ले लिया। घटना से नाराज हजारों की संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग भेलूपुर थाने का घेराव कर नारेबाजी करने लगे। सूचना पर काशी जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल ने लोगों को समझा बुझाकर शांति मामला संभाला। चूंकि मामला एक समुदाय विशेष से जुड़ा था तो एहतियात के तौर पर पूरे वाराणसी में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया। हमले में घायल लोगों को स्थानीय लोगों ने ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया।
खबरों के मुताबिक, भेलूपुर थाना क्षेत्र के रेवड़ी तालाब इलाके में कुछ मुस्लिम युवकों का नेपाल के रहने वाले प्रेम मांझी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। थोड़ी देर बाद प्रेम फावड़े के साथ पहुंचा और इन लोगों को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ हमला करने लगा। कोई कुछ समझ पाता इससे पहले ही चार-पांच लोग लहूलुहान होकर सड़क पर गिर पड़े। भीड़ बढ़ती देखकर हमला करने वाला नेपाली युवक फरार हो गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने आरोपी नेपाल के डांगरा जिला के मोरंग निवासी प्रेम कुमार मांझी को गिरफ्तार किया।
रेवड़ी तालाब के मोहम्मद अजीम कुरैशी ने बताया कि उनके भाई अंसार अहमद (55) अपने घर के नीचे दुकान में कुर्सी बैठे थे। उसी दौरान फावड़ा लेकर आए युवक ने उनके सिर पर हमला कर दिया। इसके बाद कुछ दूरी पर खड़े मिर्जापुर के डिगिया निवासी शाहिद पर उसने फावड़े से हमला किया। फिर उसने नई बस्ती, रामापुरा के इश्तियाक अहमद, अरशद जमाल और नागपुर निवासी तनवीर अशरफ पर हावड़े से हमला किया। घायलों में अंसार और शाहिद की हालत गंभीर है, जबकि तीन अन्य को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना को देखते हुए एहतियातन रेवड़ी तालाब इलाके में पुलिस और पीएसी के जवान तैनात किए गए हैं। इस संबंध में डीसीपी काशी जोन गौरव बंसवाल ने बताया कि आरोपी गिरफ्तार है। घटना की वजह के संबंध में उससे पूछताछ की जा रही है।