लखनऊ, 7 अक्टूबर 2024:
हरेन्द्र दुबे,
आज शारदीय नवरात्र के पांचवें दिन पूरे देश में मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना श्रद्धालु करते नजर आ रहे हैं। देवी-देवताओं के मंदिरों में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है, जहां मां की पूजा विधिपूर्वक की जा रही है।
गोरखपुर जिले में भी सभी देवी-देवताओं के मंदिरों में माता रानी की विशेष पूजा हो रही है। भक्त मां स्कंदमाता को पीले पुष्प अर्पित कर रहे हैं। विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ भक्तगण मां की आराधना में लीन हैं।
स्कंदमाता का पूर्ण मंत्र:
वन्दे वाञ्छित कामार्थे चन्द्रार्धकृतशेखराम्।
सिंहरूढ़ा चतुर्भुजा स्कन्दमाता यशस्विनीम्।।
या देवी सर्वभूतेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।
स्कंदमाता का छोटा मंत्र:
“ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः।”
“ॐ स्कन्दमात्रै नमः।”
स्कंदमाता, भगवान स्कंद (कार्तिकेय) की मां हैं, और नवरात्रि के पांचवें दिन उनकी पूजा की जाती है। उन्हें पद्मासन देवी भी कहा जाता है, क्योंकि वे कमल के आसन पर विराजमान होती हैं, और उनका वाहन सिंह है।