आगरा, 23 सितंबर:
मयंक चावला,
गोवर्धन धाम कॉलोनी, सिकंदरा में दिनदहाड़े एक बदमाश द्वारा मंगलसूत्र लूटने की कोशिश के दौरान महिला ने अद्वितीय साहस का परिचय दिया। यह घटना 22 सितंबर को दोपहर के समय की है, जब मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ निवासी राकेश, जो पेशे से राजमिस्त्री हैं, की पत्नी आशा घर पर अकेली थी। राकेश और उनकी पत्नी आगरा के गोवर्धन कॉलोनी में किराए पर रहते हैं।
जब आशा घर में अकेली थी, तभी एक बदमाश घर में घुस आया और उसके मंगलसूत्र को लूटने की कोशिश करने लगा। इस पर आशा ने बिना किसी डर के बदमाश का सामना करने का निर्णय लिया। उन्होंने मंगलसूत्र को बचाने के लिए बदमाश से भिड़ गई और उसे पकड़ने की कोशिश की। इस संघर्ष में बदमाश बौखला गया और उसने आशा के हाथ पर काट लिया। इसके बाद, उसने चाकू से आशा की गर्दन और हाथों पर कई बार वार किया, जिससे आशा गंभीर रूप से घायल हो गई।
बदमाश ने इस खतरनाक स्थिति का लाभ उठाते हुए आशा का मंगलसूत्र, ₹5000 नकद और मोबाइल फोन लूटकर भागने में सफल रहा। इस बीच, आशा की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया। स्थानीय लोगों ने पुलिस को भी सूचना दी, जिससे पुलिस ने घटना की गंभीरता को समझते हुए बदमाश की तलाश शुरू कर दी।
लगभग 9 घंटे बाद, रात करीब 12:00 बजे, पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी सिकंदरा के फैक्ट्री एरिया में छिपा हुआ है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को घेर लिया। जैसे ही आरोपी आकाश ने पुलिस को देखा, उसने फायरिंग शुरू कर दी। मुठभेड़ के दौरान आकाश के पैर में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गया। पुलिस ने तत्परता से उसे गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने आरोपी के पास से लूटा गया मंगलसूत्र, मोबाइल फोन और नकद राशि बरामद कर ली है। इस घटना ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर उजागर किया है और पुलिस की तत्परता की सराहना की जा रही है। इस साहसी महिला ने न केवल अपने मंगलसूत्र को बचाने की कोशिश की, बल्कि पूरे समाज को यह संदेश भी दिया कि महिलाएं किसी भी स्थिति में साहस नहीं हार सकतीं।
पुलिस के उच्च अधिकारियों ने आशा की हिम्मत की प्रशंसा की और कहा कि उनकी बहादुरी ने एक गंभीर अपराध को रोकने में मदद की है। वे आशा के इलाज के लिए उचित सहायता देने का आश्वासन भी दे रहे हैं।