01 अक्टूबर , 2024:
वन विभाग ने गजमित्रो की टीम के साथ मिलकर ग्रामीणों को किया जागरूक, कराया सुरक्षा का अहसास
बहराइच, नेपाल से आए जंगली हाथियों के झुंड ने रविवार रात किसानों के खेतों में घुसकर गन्ना, धान और हल्दी की फसल को तहस-नहस कर दिया। जंगली हाथियों के उत्पात के कारण किसानों की मुसीबत बढ़ गई है वही वन विभाग ने गजमित्रो की टीम के साथ मिलकर ग्रामीणों को जागरूक किया। गजमित्रो के साथ पेट्रोलिंग कर ग्रामीणों को सुरक्षा का अहसास भी कराया।
नेपाल में मक्के की फसल कटते ही जंगली हाथियों का झुंड कतर्नियाघाट में एक बार फिर सक्रिय हो गया है। बीते पांच दिनों से कतर्नियाघाट व उसके आसपास के क्षेत्रों में हाथियों का झुंड रात होते ही खेतो में घुस कर फसल को नुकसान पहुंचा रहे है।
बीती रात में 20 हाथियों का झुंड जमुनिहा गांव में चैन लिंक फेंसिंग तोड़कर घुस गया और किसान मोतीलाल की दो बीघा धान की फसल, मुन्ना की तीन बीघा धान व ढाई बीघा गन्ने की फसल, कट्टर सिंह की ढाई बीघा गन्ने की फसल, राम सिंह की एक एकड़ धान की फसल को चौपट कर दिया।
ग्रामीणों ने बताया कि पूरी रात पटाखे दगाते रहे लेकिन झुंड नही भागा। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंचे आजमगड़पुरवा, लोहरा, मटेही की गजमित्रो की टीम ने मोर्चा संभालते हुए निशानगाड़ा वन विभाग की टीम एवं कतर्नियाघाट वन विभाग की टीम के साथ पेट्रोलिंग किया और हाथियों से बचाव हेतु ग्रामीणों को जागरूक किया। इस दौरान रेंजर कतर्नियाघाट रामकुमार, रेंजर निशानगाड़ा सुरेंद्र श्रीवास्तव, गजमित्र जयनारायन, सुरेश मौर्य, इंद्रजीत, दीपक सहित वन कर्मियों की टीम मौजूद रही।
हाथियों को भगाने में कारगर साबित हो रहा माइक्रोफोन
कतर्नियाघाट के भवानीपुर में बीती रात एक टस्कर हाथी गांव में जैसे ही घुसना शुरू किया तो गजमित्रो की टीम ने माइक्रोफोन के जरिये सायरन बजाना शुरू किया जिसके बाद हाथी सरपट भागते हुए जंगल की ओर चला गया गजमित्र सहजराम, अनिल, मुबारक ने बताया की पिछले दो दिनों से हाथी आ रहा था लेकिन हांका लगाने पर भी नही भाग रहा था लेकिन आज जैसे ही माइक्रोन में सायरन बजाया पूरी रात हाथी खेत मे नही घुसा।