कानपुर-वाराणसी,8 जनवरी 2025
देशभर में प्रदूषण में कमी आने के बावजूद कई शहरों में स्थिति गंभीर बनी हुई है। रेस्पिरर लिविंग साइंसेज की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 से 2024 के बीच पीएम 2.5 प्रदूषण स्तर में औसतन 27 प्रतिशत की कमी आई है, जबकि एनसीएपी के तहत आने वाले शहरों में 24 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। वाराणसी में प्रदूषण में 76 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो सबसे ज्यादा है, जबकि मुरादाबाद में भी 58 प्रतिशत कमी आई है। अन्य शहरों में भी प्रदूषण में कमी देखी गई है, जैसे कि कलबुर्गी, मेरठ, आगरा और कानपुर में भी गिरावट आई है।
हालांकि, दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में प्रदूषण की स्थिति सबसे खराब बनी हुई है। दिल्ली में 2024 में पीएम 2.5 का स्तर 107 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो अन्य प्रदूषित शहरों जैसे गुरुग्राम, फरीदाबाद और ग्रेटर नोएडा से भी ज्यादा था। रेस्पिरर लिविंग साइंसेज के संस्थापक रौनक सुतारिया ने कहा कि वाराणसी जैसे शहरों ने प्रदूषण में उल्लेखनीय कमी की है, लेकिन दिल्ली-एनसीआर और उत्तरी भारत के अन्य क्षेत्रों में प्रदूषण की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।