भारतीय हॉकी टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी और हॉकी जगत के जादूगर मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है. मेजर ध्यानचंद का जन्म 29 अगस्त, 1905 में प्रयागराज में हुआ था. जिसे हम साल 2018 के अक्टूबर महीने से पहले इलाहाबाद के नाम से जानते थे. बता दें, मेजर ध्यानचंद ने देश को ओलंपिक में तीन बार स्वर्ण पदक दिलाया है. तो चलिए जानते हैं गोल करने की अद्भुत कला के लिए मशहूर मेजर ध्यानचंद का हॉकी में आगमन कब हुआ.
सुर्खियों में आने के बाद ध्यानचंद को सेना की टीम में न्यूजीलैंड दौरे के लिए चुन लिया गया. न्यूजीलैंड के खिलाफ खेलते हुए मेजर ध्यानचंद ने कमाल का प्रदर्शन किया. इस दौरान भारतीय सेना की हॉकी टीम ने 18 मैच जीते. वहीं दो मैच ड्रॉ रहे और भारत को एक मुकाबले में हार मिली. इस दौरे के बाद ध्यानचंद ने और अधिक सुर्खियां बटोरी. इस तरह धीरे-धीरे उनका सफर आगे बढ़ने लगा.
हिटलर भी रह गया था दंग
भारत के तरफ से साल 1936 में ओलंपिक मैच खेलते हुए मेजर ध्यानचंद ने हॉकी में जर्मनी के खिलाफ 8 गोल दागे. इस मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 8-1 से हरा दिया था. जर्मनी की इस करारी हार को देखकर हिटलर गुस्से में आ गया और आधे मुकाबले में ही उठकर स्टेडियम से बाहर चला गया. इस मुकाबले में भारत के स्टार खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद ने तीन गोल दागे थे. ध्यानचंद की शानदार प्रदर्शन को देखते हुए हिटलर ने मुकाबले के समाप्त होने के बाद उन्हें अपनी टीम के तरफ से खेलने ऑफर दे दिया. हिटलर ने मेजर ध्यानचंद से पूछा की तुम हॉकी खेलने के अलावा और क्या करते हो? जिसका जवाब देते हुए ध्यानचंद ने हिटलर से कहा, ‘मैं भारतीय सेना में हूं. जिसके बाद हिटलर ने उन्हें ऑफर देते हुए कहा कि तुम मेरी सेना में भर्ती हो जाओ. जिसे मेजर ध्यानचंद ने नकार दिया.