वाराणसी में शराब कारोबारी ने पूरे परिवार की हत्या के बाद की आत्महत्या

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वाराणसी, 5 नवंबर 2024:

वाराणसी के भेलूपुर थाना क्षेत्र के भदैनी इलाके में मंगलवार सुबह एक ह्रदयविदारक घटना सामने आई, जब एक शराब कारोबारी राजेंद्र गुप्ता ने अपने पूरे परिवार को गोली मारकर हत्या कर दी और फिर खुदकुशी कर ली।

घटना मंगलवार तड़के 4 बजे की है, जब राजेंद्र ने अपनी पत्नी, दो बेटों और बेटी को नींद में ही गोलियों से भून दिया। इस निर्मम हत्या का खुलासा तब हुआ जब दोपहर में सफाईकर्मी ने घर में प्रवेश किया और कमरे में खून से लथपथ शव देखे। पुलिस को सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची और तफ्तीश शुरू की। लगभग आठ घंटे बाद, पुलिस को घटनास्थल से करीब 10 किलोमीटर दूर एक निर्माणाधीन मकान में राजेंद्र का शव मिला।

मृतकों की पहचान राजेंद्र गुप्ता (45), पत्नी नीतू गुप्ता (42), बेटा नवनेंद्र (20), सुबेंद्र (15) और बेटी गौरांगी (16) के रूप में हुई है। नवनेंद्र बेंगलुरु में एक मल्टीनेशनल कंपनी में इंजीनियर था और हाल ही में दिवाली के अवसर पर घर आया था, जबकि सुबेंद्र और गौरांगी DPS में पढ़ते थे।

राजेंद्र के अपराधिक इतिहास ने इस घटना को और भी सनसनीखेज बना दिया है, क्योंकि पड़ोसियों के अनुसार, वह अपने पिता, भाई और गार्ड की हत्या के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है और हाल ही में पैरोल पर बाहर आया था।

पड़ोसियों और किराएदारों के बयान के अनुसार, राजेंद्र की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी। बताया जा रहा है कि राजेंद्र अक्सर अपनी पत्नी नीतू से झगड़ा करता था और दूसरी शादी करने की बात कहता था। एक तांत्रिक ने उसे बताया था कि उसकी पत्नी उसकी प्रगति में बाधा है, जिसके कारण वह उससे नफरत करने लगा था। घटना के बाद राजेंद्र की मां अकेली रह गई हैं, जो अत्यंत वृद्ध और अस्वस्थ हैं। पुलिस ने उनसे पूछताछ की, लेकिन उनकी स्थिति इतनी नाजुक है कि वे ज्यादा कुछ बता पाने में असमर्थ रहीं।

इस जघन्य हत्याकांड के बाद राजेंद्र गुप्ता की संपत्ति का खुलासा हुआ है। उसके पास वाराणसी में चार बड़े मकान हैं, जिनमें से दो 50-50 कमरों के हैं। इन मकानों से उसे लाखों रुपये का मासिक किराया मिलता था। भदैनी के बी/206 में उसके पास एक 20 कमरों का मकान है, जिसमें प्रति कमरा 4,000 रुपये महीने का किराया है, जबकि उसी इलाके में 30 कमरों का एक और मकान है, जिसमें प्रति कमरा 8,000 रुपये महीने का किराया वसूला जाता था। इसके अलावा, भदैनी की लेन नंबर-10 में 50 कमरों का एक विशाल मकान है, जिसमें 30 कमरों का किराया 3,000 रुपये प्रति महीना और बाकी 20 कमरों का किराया 7,000 रुपये प्रति महीना है। इसके साथ ही, पिछले 30 सालों से भदैनी और अन्य इलाकों में देशी शराब के ठेके भी उसके नाम पर हैं।

घटना के दिन तड़के हुई फायरिंग की आवाजों को आस-पास के लोगों ने दिवाली के पटाखों का शोर समझा और इसे नजरअंदाज कर दिया। जब सफाई करने वाली महिला ने सुबह घर का दरवाजा खटखटाया और अंदर जाकर देखा, तो उसने चार लाशें पड़ी हुई देखीं, जिसके बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया।

पुलिस इस मामले की बारीकी से जांच कर रही है और राजेंद्र के अपराधिक इतिहास और उसके मानसिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए अन्य कोणों से भी छानबीन कर रही है। वाराणसी में हुई इस भयावह घटना ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया है, और इस दर्दनाक हादसे ने एक परिवार के भविष्य को सदा के लिए समाप्त कर दिया।

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